यह टिप्पणी का संपादित संस्करण है. पूर्व के संस्करण में एक गलत तस्वीर का इस्तेमाल हुआ था जिसे संपादित कर दिया गया है.<br /><br />बीता हफ्ता दिल्ली पर बहुत भारी बीता. #DelhiRiots में 45 लोगों की जान चली गई. 250 से ज्यादा लोग घायल हैं. जानकार बताते हैं कि आज़ादी के बाद दिल्ली में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर Hindu-Muslim दंग हुआ है. 1990-92 के दौर में भी यह शहर शांत रहा था जबकि समूचा उत्तर भारत लालकृष्ण आडवाणी के सांप्रदायिक रथ से निकले जहरीले धुएं की चपेट में था. तब मंदिर मस्जिद के नाम पर राजनीति हो रही थी अब #CAA #NRC के नाम पर हो रही है. दिल्ली शहर में बीते दिनों जो दंगे फसाद हुए, उसकी भूमिका, फिल्म सिटी की विभिन्न बैरकों में तैनात तमाम एंकर एंकराएं, लंबे वक्त से तैयार कर रहे थे. #ZeeNews, #AajTak,#News18, #ABPNews, #RepublicBharat, गरज ये कि आप कोई भी नाम ले लीजिए, काम सब एक ही कर रहे हैं. इन चैनलों का बीते कुछ सालों का इतिहास उठाकर देख लीजिए. अगर आपको दिक्कत है तो #Newslaundry की वो तमाम विश्लेषण और रिपोर्टें उठाकर देख लीजिए. आप जान जाएंगे कि जिनसे आपने संविधान की रक्षा की उम्मीद की थी वो एक दल विशेष और एक धर्म विशेष के हरकारे बन गए.<br /><br />Support independent media and subscribe to Newslaundry: http://bit.ly/paytokeepnewsfree<br /><br />To watch this and many more videos, click on http://www.newslaundry.com/<br /><br />Follow and engage with us on social media:<br />Facebook: https://facebook.com/newslaundry<br />Twitter: https://twitter.com/newslaundry<br />Instagram: https://instagram.com/newslaundry